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Sunday, 21 April 2013

विकलांग पुनर्वास केंद्र बंदी के कगार पर

जिला विकलांग पुनर्वास केंद्र बंदी के कगार पर पहुंच गया है। कभी कृत्रिम अंग बनाने को लेकर पूरे प्रदेश में सम्मानित हो चुका व राष्ट्रीय अवार्ड प्राप्त कर चुका जगाधरी फुट का बनना पुनर्वास केंद्र में पिछले डेढ़ वर्षो से बंद है। अब पुनर्वास केंद्र में केवल कृत्रिम अंगों के ठीक करने का काम चल रहा है। इसका खमियाजा जिले के निश्शक्तों को उठाना पड़ रहा है। उन्हें कृत्रिम अंगों के लिए अंबाला जाना पड़ रहा है। 

अंबाला में जयपुर बेस्ड संस्था लाला दुर्गाचरण चैरिटेबल सोसाइटी द्वारा निश्शक्त व्यक्तियों को निश्शुल्क कृत्रिम अंग उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश के 10 जिलों में विकलांग पुनर्वास केंद्र चलाए जा रहे हैं पर यमुनानगर में इस पर ताला लटकाए जाने की तैयारी की जा रही है।

प्रदेश के 10 जिलों करनाल, कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, जींद, रोहतक, रेवाड़ी, नारनौल, फरीदाबाद में विकलांग पुनर्वास को चलाने में रेडक्रॉस सोसाइटी पैसा दे रही है। जबकि भिवानी में विकलांग पुनर्वास केंद्र को राज्य सरकार की मदद से चलाया जा रहा है। सभी केंद्रों पर मौजूद स्टाफ राज्य सरकार का वेतनमान दिया जा रहा है। पर यमुनानगर के केंद्र के खर्च को रेडक्रास सोसाइटी वहन नहीं कर रही है। यहां के एक मात्र इंजीनियर ऋषिपाल त्यागी के वेतन में कटौती कर आधा कर दिया गया है। इसी तरह पुनर्वास केंद्र के लिंब मेकर के वेतन में चार गुना कटौती कर पांच हजार रुपये से 1200 रुपये कर दिया गया है। पुनर्वास केंद्र के इंजीनियर ऋषिपाल त्यागी के मुताबिक यमुनानगर में विकलांग पुनर्वास केंद्र का भवन भी है, कर्मचारी और वर्कशाप भी है फिर भी जिला रेडक्रास सोसाइटी की उपेक्षा की वजह से पुनर्वास केंद्र बंदी के कगार पर है। इस पर कब ताला लटक जाए कहा नहीं जा सकता है। रेडक्रॉस सोसाइटी और उसके सचिव श्यामसुंदर पुनर्वास केंद्र को चलाने में जरा भी रुचि नहीं ले रहे हैं। सचिव को कई बाद लिखित, मौखिक शिकायत दी जा चुकी है पर वह इसकी उपेक्षा कर रहे हैं।

केंद्र बंद नहीं होगा, कृत्रिम अंग दिए जा रहे हैं : सचिव
इस बारे में रेडक्रॉस सचिव श्यामसुंदर ने कहा कि पुनर्वास केंद्र बंद नहीं होगा। लिंग निर्माण के लिए सरकार से जो रिबर्समेंट राशि आ रही थी वह बंद हो गई है। इसलिए कृत्रिम अंगों का बनना बंद है। फिर भी रेडक्रास निशक्तों को कृत्रिम अंग गर्वमेंट आफ इंडिया की सहायता से कृत्रिम अंग प्रदान किया जा रहा है।


Source : Jagran , Yamuna Nagar ( 19th April 2013 ) 

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